इनसाइडर ट्रेडिंग का भाई, फ्रंट-रनिंग: निवेशकों पर कैसा असर? 2024

 

इनसाइडर ट्रेडिंग का भाई, फ्रंट-रनिंग: निवेशकों पर कैसा असर?

संदीप टंडन के क्वांट म्यूचुअल फंड पर सेबी की छापेमारी ने 'फ्रंट-रनिंग' शब्द को सुर्खियों में ला दिया है।

आइए जानते हैं कि यह क्या है, यह कैसे काम करता है, और इसका आम निवेशकों पर क्या असर पड़ता है।

फ्रंट-रनिंग क्या है?

फ्रंट-रनिंग एक अवैध गतिविधि है जिसमें कोई व्यक्ति अपने ग्राहकों के ऑर्डर के बारे में गोपनीय जानकारी का उपयोग करके शेयर बाजार में लेनदेन करता है, जिससे उन्हें अनुचित लाभ होता है।

यह आमतौर पर तब होता है जब कोई ब्रोकर या फंड मैनेजर अपने क्लाइंट के बड़े ऑर्डर के बारे में पहले से जान जाता है और उसी शेयर में खुद के लिए या अपने दोस्तों और परिवार के लिए लेनदेन करता है, ताकि लाभ उठाया जा सके।

यह इनसाइडर ट्रेडिंग से कैसे अलग है?

इनसाइडर ट्रेडिंग में, कोई व्यक्ति गैर-सार्वजनिक जानकारी का उपयोग करके शेयर बाजार में लेनदेन करता है, जो आम जनता को उपलब्ध नहीं है।

यह जानकारी आमतौर पर कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, उत्पाद लॉन्च, या अधिग्रहण जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं से संबंधित होती है।

दूसरी ओर, फ्रंट-रनिंग में, जानकारी गोपनीय नहीं होती है, लेकिन यह अभी भी आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं होती है।

यह जानकारी आमतौर पर क्लाइंट ऑर्डर डेटा, बाजार के रुझान, या अन्य स्रोतों से प्राप्त होती है।

निवेशकों पर फ्रंट-रनिंग का प्रभाव:

  • अनुचित नुकसान: जब कोई फ्रंट-रनिंग करता है, तो वे बाजार की कीमतों को अपने लाभ के लिए हेरफेर करते हैं, जिससे निवेशकों को अनुचित नुकसान होता है।
  • बाजार में अविश्वास: फ्रंट-रनिंग से बाजार में अविश्वास पैदा होता है, जिससे निवेशक हतोत्साहित होते हैं और कम भागीदारी करते हैं।
  • बाजार की अक्षमता: फ्रंट-रनिंग बाजार को अक्षम बनाता है, जिससे यह वास्तविक कीमतों का प्रतिबिंब नहीं रहता है।

क्वांट म्यूचुअल फंड मामला:

सेबी ने आरोप लगाया है कि क्वांट म्यूचुअल फंड ने फ्रंट-रनिंग गतिविधियों में संलग्न होकर बाजार को हेरफेर किया।

यह मामला काफी बड़ा है क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे बड़े संस्थान भी अवैध गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं।

सेबी का रुख:

सेबी फ्रंट-रनिंग को गंभीरता से लेता है और इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाता है।

सेबी ने फ्रंट-रनिंग का पता लगाने और उस पर कार्रवाई करने के लिए कई नियम और विनियम लागू किए हैं।

इनमें निगरानी प्रणाली, व्यापारिक प्रतिबंध, और जुर्माना शामिल हैं।

निष्कर्ष:

फ्रंट-रनिंग एक गंभीर अवैध गतिविधि है जो निवेशकों को नुकसान पहुंचाती है और बाजार में अविश्वास पैदा करती है।

सेबी इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और निवेशकों को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होना चाहिए और यदि उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है तो इसकी रिपोर्ट करनी चाहिए।

निवेशकों को सलाह:

  • केवल प्रतिष्ठित और विनियमित ब्रोकरों और फंड मैनेजरों के साथ ही काम करें।
  • अपने लेनदेन पर नज़रखें और किसी भी असामान्य गतिविधि पर सवाल उठाएं।
    • सेबी की शिकायत निवारण प्रणाली का उपयोग करके फ्रंट-रनिंग के संदेह की रिपोर्ट करें।

    आप एक सतर्क और जागरूक निवेशक बनकर फ्रंट-रनिंग के खिलाफ लड़ाई में योगदान दे सकते हैं।

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