क्या आपने सोचा है कि भारत का फिनटेक (Financial Technology) सेक्टर कितनी तेजी से बढ़ रहा है?
हाल ही में, हुरून इंडिया द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले समय में फिनटेक सेक्टर में 30 नई यूनिकॉर्न कंपनियां बनने की उम्मीद है!
यह संख्या वाकई चौंकाने वाली है और यह दर्शाती है कि फिनटेक भारत में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक बन गया है।
कौन सी सबकैटेगरी करेगी धूम?
रिपोर्ट के अनुसार, कंज्यूमर लेंडिंग फिनटेक में सबसे प्रमुख सबकैटेगरी बनकर उभरेगी।
यह अनुमान लगाया गया है कि भविष्य की आधी से ज्यादा फिनटेक यूनिकॉर्न इसी सबकैटेगरी से आएंगी।
इसका मतलब है कि ऑनलाइन लोन, पे-लेटर्स, और क्रेडिट कार्ड जैसे उत्पादों और सेवाओं में भारी वृद्धि देखने को मिलेगी।
क्यों है यह उछाल?
फिनटेक में इस उछाल के पीछे कई कारण हैं।
भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच ने लोगों को वित्तीय सेवाओं तक आसानी से पहुंचने में सक्षम बनाया है।
इसके अलावा, कोविड-19 महामारी ने डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन बैंकिंग को अपनाने में तेजी लाई है।
सरकारी पहलों ने भी फिनटेक के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कौन सी कंपनियां बन सकती हैं यूनिकॉर्न?
हुरून इंडिया की रिपोर्ट में कई फिनटेक कंपनियों की पहचान की गई है जो यूनिकॉर्न बनने की प्रबल दावेदार हैं।
इनमें PhonePe, Paytm, Flipkart, Pine Labs, KreditBee, Zerodha, Upstox, Dhani, Groww, और Navi जैसी कंपनियां शामिल हैं।
यह उछाल अर्थव्यवस्था के लिए क्या मायने रखता है?
फिनटेक में यह उछाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अच्छा संकेत है।
यह वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देगा, नौकरियों का सृजन करेगा, और आर्थिक विकास को गति देगा।
यह भारत को वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।
निष्कर्ष
भारत का फिनटेक सेक्टर अगले कुछ वर्षों में और भी अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।
30 नई यूनिकॉर्न कंपनियों का आगमन इस क्षेत्र में क्रांति ला देगा और भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
यह निश्चित रूप से एक रोमांचक समय है और यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में क्या नई चीजें सामने आती हैं!